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विभाजन विभीषिका एक ऐतिहासिक घटना है जो 1947 में भारत और पाकिस्तान के विभाजन के दौरान घटी। यह समय अत्यंत दर्दनाक और भयानक था, जिसमें लाखों लोग प्रभावित हुए। विभाजन के दौरान:
मानवीय संकट: लाखों लोग अपने घरों से बेघर हो गए, और उन्हें अस्थायी शिविरों में शरण लेनी पड़ी।
हिंसा और हत्या: धार्मिक तनाव के कारण व्यापक हिंसा, बलात्कार और हत्याएं हुईं।
लूटपाट और संपत्ति की हानि: लोगों की संपत्तियां लूटी गईं और उन्हें अपने घर छोड़ने पड़े।
आर्थिक और सामाजिक प्रभाव: विभाजन ने दोनों देशों की अर्थव्यवस्था और समाज को गहरे नुकसान पहुँचाया।
विभाजन की त्रासदी ने दीर्घकालिक सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव छोड़े, जिन्हें समझना और याद रखना महत्वपूर्ण है।
ISBN 13 | 9789391154806 |
Book Language | Hindi |
Binding | Paperback |
Total Pages | 250 |
Publishers | Suruchi Prakashan |
Category | History Political Structure & Processes Political Theory Political Science |
Weight | 250.00 g |
Dimension | 14.00 x 22.00 x 3.00 |
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विभाजन विभीषिका एक ऐतिहासिक घटना है जो 1947 में भारत और पाकिस्तान के विभाजन के दौरान घटी। यह समय अत्यंत दर्दनाक और भयानक था, जिसमें लाखों लोग प्रभावित हुए। विभाजन के दौरान:
मानवीय संकट: लाखों लोग अपने घरों से बेघर हो गए, और उन्हें अस्थायी शिविरों में शरण लेनी पड़ी।
हिंसा और हत्या: धार्मिक तनाव के कारण व्यापक हिंसा, बलात्कार और हत्याएं हुईं।
लूटपाट और संपत्ति की हानि: लोगों की संपत्तियां लूटी गईं और उन्हें अपने घर छोड़ने पड़े।
आर्थिक और सामाजिक प्रभाव: विभाजन ने दोनों देशों की अर्थव्यवस्था और समाज को गहरे नुकसान पहुँचाया।
विभाजन की त्रासदी ने दीर्घकालिक सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव छोड़े, जिन्हें समझना और याद रखना महत्वपूर्ण है।
ISBN 13 | 9789391154806 |
Book Language | Hindi |
Binding | Paperback |
Total Pages | 250 |
Publishers | Suruchi Prakashan |
Category | History Political Structure & Processes Political Theory Political Science |
Weight | 250.00 g |
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