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एक ऐसा प्रदेश जो सदैव बीमारू राज्यों में गिना जाता था और जहाँ भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद, परिवारवाद, और कानून का उल्लंघन उसका परिचय बन गया था। 2017 में भाजपा और उनके सहयोगी दलों की जीत के बाद योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री के तौर पर चयन ने सबको आश्चर्यचकित कर दिया था। कई ने उन्हें 'मात्र एक सन्यासी' कह के उनकी एक कुशल प्रशासक की योग्यता पर आशंका व्यक्त की थी। किन्तु योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में जो बदलाव लाया, वो तथ्य झुठलाए नहीं जा सकते।
चाहे वो अपराध नियंत्रण हो, जिस के तहत कई बाहुबलियों के पसीने छूट गए, या फिर प्रदेश में औद्योगिक निवेश लाना हो, योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में शान्ति का वातावरण तैयार किया, जिसमें महिलाएँ भी सुरक्षित महसूस करने लगीं। आधारभूत संरचनाओं की बात हो, प्रदेश में औद्योगिक निवेश को बढ़ाना हो, कोरोना को सफलतापूर्वक सम्भालना, स्वास्थय सुविधाओं को बढ़ाना--विशेषकर बुंदेलखंड एवं पूर्वांचल जैसे पिछड़े क्षेत्रों में--और चाहे मजदूरों के पलायन को यथासंभव रोक कर उन्हें राज्य में रोजगार उपलब्ध करवाना हो--इन सभी मानदण्डों पर योगी आश्चर्यजनक गति एवं दृढ़ता से प्रदेश को आगे ले गए हैं।
पुस्तक इन्हीं बातों को तथ्यों के साथ पाठकों के सामने रखती है।
ISBN 13 | 978-1942426882 |
Book Language | Hindi |
Binding | Paperback |
Total Pages | 220 |
Edition | 2021 |
Publishers | Garuda Prakashan |
Category | Non-Fiction Political Parties Politics Governance & Reforms Indian Politics Elections & Electoral Politics Offers |
Weight | 260.00 g |
Dimension | 13.97 x 21.59 x 2.00 |
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एक ऐसा प्रदेश जो सदैव बीमारू राज्यों में गिना जाता था और जहाँ भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद, परिवारवाद, और कानून का उल्लंघन उसका परिचय बन गया था। 2017 में भाजपा और उनके सहयोगी दलों की जीत के बाद योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री के तौर पर चयन ने सबको आश्चर्यचकित कर दिया था। कई ने उन्हें 'मात्र एक सन्यासी' कह के उनकी एक कुशल प्रशासक की योग्यता पर आशंका व्यक्त की थी। किन्तु योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में जो बदलाव लाया, वो तथ्य झुठलाए नहीं जा सकते।
चाहे वो अपराध नियंत्रण हो, जिस के तहत कई बाहुबलियों के पसीने छूट गए, या फिर प्रदेश में औद्योगिक निवेश लाना हो, योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में शान्ति का वातावरण तैयार किया, जिसमें महिलाएँ भी सुरक्षित महसूस करने लगीं। आधारभूत संरचनाओं की बात हो, प्रदेश में औद्योगिक निवेश को बढ़ाना हो, कोरोना को सफलतापूर्वक सम्भालना, स्वास्थय सुविधाओं को बढ़ाना--विशेषकर बुंदेलखंड एवं पूर्वांचल जैसे पिछड़े क्षेत्रों में--और चाहे मजदूरों के पलायन को यथासंभव रोक कर उन्हें राज्य में रोजगार उपलब्ध करवाना हो--इन सभी मानदण्डों पर योगी आश्चर्यजनक गति एवं दृढ़ता से प्रदेश को आगे ले गए हैं।
पुस्तक इन्हीं बातों को तथ्यों के साथ पाठकों के सामने रखती है।
ISBN 13 | 978-1942426882 |
Book Language | Hindi |
Binding | Paperback |
Total Pages | 220 |
Edition | 2021 |
Publishers | Garuda Prakashan |
Category | Non-Fiction Political Parties Politics Governance & Reforms Indian Politics Elections & Electoral Politics Offers |
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